Amethi education

शिक्षा

शिक्षा, उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक है जिस पर राहुल गांधी ने बहुत ध्यान दिया है। सभी को शिक्षा प्रदान करने के दृढ़ संकल्प ने अमेठी को शिक्षा के केंद्र में बदलने के लिए उन्हें लगातार प्रेरित किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को अच्छी शिक्षा, खास तौर पर उच्च शिक्षा आसानी से उपलब्ध कराने की दिशा में उनकी पहल और कोशिशों ने अमेठी में शिक्षा की स्थिति की काया पलट दी है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने बतौर सांसद अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान अमेठी में उच्च शिक्षा के पांच संस्थानों की स्थापना की, जो अब उत्कृष्टता के केंद्र बन चुके हैं और देश भर के छात्रों के लिये आकर्षण का केंद्र भी हैं। जिले में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की श्रृंखला भी है, जो शिक्षा के अधिकार और मध्याह्न भोजन के जरिये बच्चों के लिये सार्वभौमिक शिक्षा से संबंधित योजनाओं को लागू करते हैं। कुछ दशक पहले अमेठी में बच्चों की शिक्षा के लिए बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं। आज, शैक्षिक संस्थानों की बढ़ती संख्या और जिले के बेहतर मानव विकास संकेतकों के जरिये इस दिशा में हुई प्रगति को आसानी से देखा जा सकता है। यहां 1716 प्राथमिक विद्यालय और 437 माध्यमिक विद्यालय हैं, जो अमेठी के छात्रों की शिक्षा संबंधी जरुरतों को पूरा करते हैं; इसी प्रकार यहां उच्च शिक्षा के पांच बड़े संस्थान चल रहे हैं, जिनमें देश भर के छात्र उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं। इस प्रगति ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी निजी निवेश को प्रोत्साहन दिया है। अमेठी में विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिये लगभग 40 निजी डिग्री कॉलेज भी मौजूद हैं। राहुल गांधी के सतत प्रयासों के चलते आज अमेठी की साक्षरता दर 69.72 प्रतिशत है, जो पूरे उत्तर प्रदेश के बराबर है।

राहुल गांधी टिकरी दादु में गर्वनमेंट जूनियर हाईस्कूल के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए

प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा

पिछले एक दशक में अमेठी के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है और जिले के विद्यार्थियों को बुनियादी शिक्षा अधिक सहजता से उपलब्ध कराई गई है। 1990 में प्राथमिक स्कूलों की संख्या जहां 900 थी, वो अब बढ़कर 2017 में 1716 तक पहुंच गई थी। 2017 तक माध्यमिक विद्यालयों की तादाद भी 437 हो चुकी थी।

सैनिक स्कूल


अमेठी का निर्माणाधीन सैनिक स्कूल

सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के अलावा, अमेठी के विद्यार्थियों के लिये एक सैनिक स्कूल भी निर्माणाधीन है। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और भारतीय नौसेना अकादमी में प्रवेश के लिए छात्रों को तैयार करने हेतु सैनिक स्कूलों की परिकल्पना की गई। चूंकि इस स्कूल के छात्रों को एनडीए और नौसेना अकादमी में सीधे प्रवेश मिलता है, इसलिए यहां का सैनिक स्कूल अमेठी के युवाओं को सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिये तैयार करेगा।

उच्च शिक्षा

1. इंदिरा गांधी स्कूल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग


इंदिरा गांधी स्कूल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग में नर्सें

राहुल गांधी ने 2007 में मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल के परिसर में इंदिरा गांधी स्कूल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग की स्थापना की थी। यह कॉलेज अमेठी में विद्यार्थियों को नर्सिंग का प्रशिक्षण प्रदान करता है और उनके लिये रोजगार के कई रास्ते खोलता है। इसमें डिजिटल पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, सम्मेलन कक्ष और छात्रावास जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। नर्सिंग स्कूल से डिग्री प्राप्त करने वाले पैरामेडिकल साइसेंज का नैदानिक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और इन्हें देश भर के प्रतिष्ठित अस्पतालों द्वारा अपने यहां नियुक्त किया गया है।

2. फुटवियर डिजाइन एवं विकास संस्थान


एफडीडीआई का प्रवेश

इस संस्थान की स्थापना 2008 में 205 करोड़ रुपये के निवेश से की गयी थी, एफडीडीआई से हर साल 500 कुशल स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त होनहार अर्थव्यवस्था में शामिल होते हैं। हर साल, देश के कोने-कोने के छात्र यहां दाखिला लेते हैं, जिन्हें फुटवियर डिजाइन और विकास में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यहां उपलब्ध कंप्यूटर लैब्स, अंतर्राष्ट्रीय डिजाइन स्टूडियो, पुस्तकालय, और अन्य सुविधाओं युक्त अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा इस संस्थान को देश में फुटवियर डिजाइन के प्रमुख संस्थानों में से एक बनाता है और अमेठी में सैकड़ों छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है।


एफडीडीआई प्रशिक्षण और प्रचालन केंद्र

एफडीडीआई में एक प्रशिक्षण और प्रचालन केंद्र भी है, जो बुनियादी सिलाई और कटाई का मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करता है। यहां आधुनिक मशीनों से कटिंग, क्लोजिंग, विभिन्न घटकों को जोड़ने और तैयार करने के लिये कार्यशाला और अत्याधुनिक मशीनों से युक्त प्रयोगशालाएं हैं। व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिये तत्त्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा शुरू की गई योजना के एक अंश के रूप में इसकी स्थापना की गयी थी। इस योजना के जरिये, अमेठी के युवा अब विशेष प्रशिक्षण हासिल करने में समर्थ हैं और उनको उपयुक्त कौशल भी प्रदान किया जा रहा है, जिससे उनकी समग्र रोजगार क्षमता को बढ़ावा मिल रहा है। इस योजना के तहत प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को 1500 रुपये मानदेय देने के अलावा कार्यशाला अपने छात्रों को लगभग शत प्रतिशत नियुक्ति की गारंटी देती है।

3. राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान


आरजीआईपीटी का परिसर

राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीआईपीटी) उन संस्थानों में से एक है, जिसकी स्थापना राहुल गांधी के पहले कार्यकाल के दौरान अमेठी में की गई थी। इसकी स्थापना 2008 में 450 करोड़ रुपये के निवेश से की गई थी। इस संस्थान की परिकल्पना भविष्य में पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आविष्कारकों के रूप में सेवाएं प्रदान करने में सक्षम विश्वस्तरीय तकनीकी मानव संसाधन तैयार करने के स्रोत के रूप में सेवाएं प्रदान करने के लिए की गई थी। इस संस्थान में बीटेक, एमटेक और एमबीए पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को तकनीकी और प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है और इसे ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ का दर्जा प्रदान किया गया है।

4.राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय


आरजीएनएयू का परिसर

राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय (आरजीएनएयू) की स्थापना राहुल गांधी ने 2013 में की थी। यह भारत का पहला विमानन विश्वविद्यालय है। यह विश्वविद्यालय वैमानिकी अध्ययन, शिक्षण, प्रशिक्षण और अनुसंधान को सुगम बनाता है और इसे प्रोत्साहन देता है। यह विश्वविद्यालय विमानन उद्योग की भविष्य की जरुरतों के अनुसार, प्रशिक्षित पायलट तैयार करके भारतीय विमानन उद्योग की कौशल संबंधी कमी को दूर करने के उद्देश्य से अनेक पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा। इसका उद्देश्य विमानन उद्योग के सभी उप-क्षेत्रों से जुड़े प्रचालन और प्रबंधन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए उद्योग के साथ मिलकर काम करना है। विश्वविद्यालय ने जीएमआर एविएशन अकादमी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, ताकि विमानन/हवाई अड्डा प्रचालन के क्षेत्र में संयुक्त रूप से रोजगारोन्मुख कार्यक्रम आयोजित किये जा सकें, जो उद्योग में प्रशिक्षित मानवशक्ति प्रदान करने, देश भर के छात्रों और खासकर अमेठी के प्रतिभाशाली युवाओं को विमानन उद्योग में सीधे प्रवेश करने के लिये सक्षम बनाने पर केंद्रित हों। संस्थान का निर्माण पूरा हो गया है, लेकिन राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार से अभी तक मंजूरी न मिलने के कारण शुरु नहीं हो सका है।

5. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी


आईजीआरयूए के परिसर का प्रवेश द्वार

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (आईजीआरयूए) की स्थापना 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री और अमेठी के सांसद श्री राजीव गांधी ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन स्वायत्त निकाय के तौर पर की थी। अकादमी ने देश भर के कई महत्वाकांक्षी पायलटों, साथ ही साथ अफगानिस्तान, मॉरीशस, जाम्बिया आदि देशों के विदेशी पायलटों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया है। यहां हर साल 150 से ज्यादा छात्र प्रशिक्षण हासिल करते हैं। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी बीएसएफ, कोस्ट गार्ड, वायु सेना और नौसेना के उम्मीदवारों को भी प्रशिक्षण भी प्रदान करती है।


आईजीआरयूए का परिसर


आईजीआरयूए का रनवे

6. सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र


सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के दौरान राहुल गांधी

सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना 2013 में 320 करोड़ रुपये के निवेश से गई थी। आधुनिक सुविधाओं और प्रशिक्षण केंद्रों से युक्त इस केंद्र की स्थापना अर्धसैनिक बलों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए की गयी थी। इस केंद्र में लगभग 1000 रंगरुटों को प्रशिक्षित करने की क्षमता है, जो प्रशिक्षण के बाद देश के सबसे बड़े केंद्रीय सुरक्षा बल में कॉन्स्टेबल के रूप में शामिल होते हैं। देश भर में मौजूद सीआरपीएफ के आठ प्रशिक्षण केंद्रों में से एक अमेठी में इस सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना होने से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पुलिस बल में शामिल के लिए प्रोत्साहन मिला है।

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